बाल दिवस ! कितनी अच्छी और प्यारी इनकी मुस्कान, छोटे-छोटे बच्चों के संग ऊर्जावान महिला श्रीमती शांता- महेंद्र गुप्ता,,,

बाल दिवस !  कितनी अच्छी और प्यारी इनकी मुस्कान, छोटे-छोटे बच्चों के संग ऊर्जावान महिला श्रीमती शांता- महेंद्र गुप्ता,,,
बाल दिवस !  कितनी अच्छी और प्यारी इनकी मुस्कान, छोटे-छोटे बच्चों के संग ऊर्जावान महिला श्रीमती शांता- महेंद्र गुप्ता,,,

छ ग चीफ ब्यूरो प्रमुख भूपेंद्र देवांगन

न्यूज़ चांपा (सलवा जुडूम मीडिया) हंसी-खुशी हर व्यक्ति चाहता हैं । जिंदगी में हम कही ना कही खुशियों की तलाश करते रहते हैं । हम-सब करते हैं और जो कार्य करना भी चाहते हैं उसमें अपनी ख़ुशी तलाशते हैं । एक तरह से देखा जाए तो खुशियां हमारे जीवन जीने का मकसद हैं । छोटे-छोटे बच्चों के साथ जीवन जीने से मन में प्रसन्नता की लहरें उत्पन्न होती हैं जीवन खिलखिला उठता हैं और एक नई ऊर्जा तथा उमंग भर जाता हैं । विभिन्न संस्थाओं से जुड़ीं हुई नगर संभ्रांत महिला श्रीमति शांता-महेंद्र गुप्ता ऐसे ही शख्सियत हैं जो ऊर्जावान और स्फूर्तिवान बने रहने के लिए खुशियां बांटते रहती हैं ।

उन्होंने दैनिक समाचार-पत्रों से सम्बद्ध शशिभूषण सोनी से बाल दिवस पर विशेष रूप से चर्चा की । उन्होंने कहा कि बाल दिवस हमारे देश के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने नन्हें बच्चों के नाम समर्पित किया हैं । बाल दिवस हमें याद दिलाता हैं कि विद्यार्थियों को सही शिक्षा, सुरक्षा,चिकित्सा और खुशहाल बचपन मिले। यह हमारी ही नहीं बल्कि सरकार की बहुत बड़ी जिम्मेदारी हैं ।

आज़ हम जिस वातावरण में रहते हैं प्रकृति ने उसमें भरपूर नैसर्गिक कला और सुंदरता बिखेरी हैं लेकिन अपनी व्यक्तिगत परेशानियों के कारण हम इसे देख नहीं पाते, महसूस नहीं कर पाते। इसकी सुंदरता को बालरुप में छोटे-छोटे बच्चे ही जान पाते हैं जिनकी आंखों में भगवान बसते हैं । प्रकृति की यह सुंदरता बच्चों को नहीं बल्कि हमें भी खुशियों से भर देती हैं । इसलिए मासूम बच्चों को पंख देना और उनके अधिकारों की रक्षा करना बहुत ही जरूरी हैं यही सही अर्थों में बाल दिवस मनाने का तरीका भी हैं । बाल दिवस के अवसर पर मैंने छोटे-छोटे बच्चों को अपने स्टेशन रोड स्थित गुप्ता निवास पर आमंत्रित कर एक छोटा-सा कार्यक्रम आयोजित कर पूरा दिन बच्चों के साथ व्यतीत की । छोटे-छोटे बच्चों के साथ जुड़ाव, लगाव, और अपनत्व हमें बहुत सारी खुशियां देता हैं । इसलिए हमने बाल दिवस पर बच्चों को निमंत्रित कर उनसे संबंध जोड़े इस कार्य में हमारी नन्ही सी दिव्या केसरवानी बच्ची ने पूरा साथ दिया । बाल दिवस के इस पुनीत अवसर पर हम-सब मिलकर यह संकल्प ले कि हर बच्चें को प्यार, शिक्षा-दीक्षा और उज्जवल भविष्य से मिले । वे ही कल के राजनेता, वैज्ञानिक,शिक्षक , समाज-सुधार और श्रेष्ठ नागरिक हैं, जिन पर हमारा देश और समाज गर्व करेगा ।आप सभी से निवेदन है कि इस बाल दिवस पर किसी बच्चे के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करें। आपके छोटे-छोटे प्रयास भी उनके जीवन को खूबसूरत बना सकते हैं।