छ ग चीफ ब्यूरो प्रमुख भूपेंद्र देवांगन
भक्ति के प्रवाह को आगे बढ़ाने वाला दिव्य ग्रंथ हैं श्रीमद्भागवत कथा महापुराण – नवीनचंद्र शर्मा महराज
न्यूज़ शिवरीनारायण (सलवा जुडूम मीडिया) आपको बता दे कि संसार में श्रीमद्भागवत कथा महापुराण भक्ति के प्रवाह को आगे बढ़ाने वाला दिव्य ग्रंथ हैं । जिस तरह राजा के सिर पर मुकुट होता हैं ठीक उसी तरह से श्रीमद् शब्द ही भागवत का मुकुट हैं । महर्षि वेदव्यास ने अपने पुत्र शुकदेव मुनि को भागवत का ज्ञान बाल्यावस्था में दिया वो इसलिए कि वह उनके ही कुल के पुत्र थे और गर्भकाल से ही भक्ति ज्ञान और वैराग्य के प्रकांड विद्वान बन गए । भागवत कथा श्रवण के लिए हर श्रद्धालु भक्तों के हृदय में श्रद्धा और सरलता होनी चाहिए , कथा महात्म्य सुनने की जिज्ञासा होनी चाहिए और सबसे बड़ी बात कथा को ग्रहण करने की इच्छा शक्ति होनी चाहिए ।
यह बातें स्वर्गीय श्यामा देवी के वार्षिक श्राद्ध निमित्त सप्त-दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा महात्म्य के प्रथम दिन जयश्री श्याम भवन तुष्मा रोड़ शिवरीनारायण में कलश यात्रा के बाद व्यासपीठ की आसंदी से सुप्रसिद्ध भागवताचार्य पंडित नवीन चंद्र शर्मा ने कही । उन्होंने कहा कि कलश हमारी भारतीय संस्कृति के सर्वोच्चता और सम्मान का प्रतीक हैं । प्रतिदिन सुबह-सुबह श्रीमद्भागवत कथा महात्म्य शुरू होने से पहले कलश का पूजन किया जाता हैं, कलश पर कुमकुम से स्वास्तिक बनाकर रेखाएं खिची जाती हैं व जल में दुर्वा दल डाला जाता हैं। पंच पल्लव से सुशोभित शुभ मंगलकामना करता हैं । पहले दिन से ही कथा सुनने श्रद्धालु भक्तों की भीड़ उमड़ रही हैं। कथा स्थल पर प्रगतिशील स्वर्ण एवं रजत समिति चांपा के सचिव शशिभूषण सोनी ने बताया कि श्रीश्याम भवन शिवरीनारायण में भगवान श्रीकृष्ण की यह सप्त-दिवसीय कथा दिनांक 28 अगस्त 2024 से 05 सितम्बर 2024 तक चलेगी । इसका प्रसारण यूं ट्यूब द्वारा किया जा रहा हैं । इससे जुड़े और प्रभु का आशीर्वाद प्राप्त करें । कथा मे मुख्य यजमान दंपत्ति श्रीमति मीनाक्षी-मोहन सोनी हैं । बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त श्याम भवन में कथा महात्म्य श्रवण करने उमड़ रहे हैं ।