हनुमान मंदिर मठ लोक न्यास ट्रस्ट के गठन के पूर्व चल अचल संपत्ति की जांच, अवैध निर्माण पर रोक, अखाड़ा तोड़ने पर एफ आई आर, मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को लिखित ज्ञापन सौंपा,,,,

हनुमान मंदिर मठ लोक न्यास ट्रस्ट के गठन के पूर्व चल अचल  संपत्ति की जांच, अवैध निर्माण पर रोक, अखाड़ा तोड़ने पर एफ आई आर, मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को लिखित ज्ञापन सौंपा,,,,
हनुमान मंदिर मठ लोक न्यास ट्रस्ट के गठन के पूर्व चल अचल  संपत्ति की जांच, अवैध निर्माण पर रोक, अखाड़ा तोड़ने पर एफ आई आर, मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को लिखित ज्ञापन सौंपा,,,,

छ ग चीफ ब्यूरो प्रमुख भूपेंद्र देवांगन

चांपा (सलवा जुडूम मीडिया) आपको बता दे कि,श्री हनुमान व्यायाम शाला सेवा समिति के अध्यक्ष गिरधारी यादव व सचिव विकास तिवारी ने जांजगीर पहुंचकर अपर कलेक्टर से मिलकर उन्हें मुख्यमंत्री के नाम द्वारा कलेक्टर लिखित ज्ञापन सौपा है अखाड़ा समिति के पदाधिकारियों ने 7 बिन्दुओं मे दिए अपने ज्ञापन मे कहा है कि हनुमान मंदिर सर्वराकार नियुक्ति को लेकर कन्हैयादास सहायक मैनेजर श्री रामनाम बैंक मणीराम दास छावनी अयोध्या व हनुमान मंदिर डोंगघाट चांपा के मनोनीत सर्वांकर के मध्य जिला न्यायालय में न्यायालय विवाद लंबित है इस आधार पर देखा जाए तो विवाद की स्थिति मे लोक न्यास ट्रस्ट का गठन किया जाना उचित नहीं होगा।

इसके पूर्व उसकी चल अचल संपत्ति की मांग करते हुए हनुमान मंदिर की भूमि पर वर्तमान में कौन-कौन काबिज हैं क्या उन्हें लीज पर दिया गया है या किराया दिया गया है या उन्हें बेचा गया है यदि ऐसा है तो उनकी लीज की अवधि किराए का वर्तमान आधार पर राशि निर्धारण की जांच की जानी चाहिए अखाड़ा समिति ने यह भी मांग किया है कि क्या डोगाघाट मंदिर के भूमि को बेचने का अधिकार मनोनीत महंत व समिति के सदस्यों को है यदि हां तो अभी तक हनुमान मंदिर की भूमि से प्राप्त आय व्यय का हिसाब होना चाहिए श्री हनुमान व्यायाम शाला सेवा समिति के अध्यक्ष गिरधारी यादव ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि 70 वर्ष पूर्व तपसी बाबा बालमुकुंद जी महाराज द्वारा स्वर्गीय गुरुजी मोहित राम यादव को अखाड़ा खुलवाकर उसका संस्थापक बनाया था उक्त अखाड़ा भवन का ताला तोड़कर मंदिर महंत व समिति के सदस्यों के द्वारा ध्वस्त कर दिया गया जिससे धार्मिक भावना आहत हुई है अखाड़ा की सामग्री संपत्ति का नुकसान हुआ है स्व गुरूजी की मूर्ति को हटाने से उनकी मान हानि हुई है यह सब कृत्य अखाड़ा भवन का ताला तोड़कर बलात बिना इजाजत के किया गया अपराधिक कृत्य है जिसमें अभी तक दोषियों पर शिकायत के बाद भी एफ आई आर कार्यवाही नहीं की गई है मुख्यमंत्री के नाम सौंपे गए ज्ञापन में यह भी मांग किया गया है कि विवाद स्थल का मामला न्यायालय में विचाराधीन होने के बाद भी गैर कानूनी रूप से मनोनीत नारायणदास व मनोनीत सचिव बजरंग लाल डिडवानिया द्वारा अवैध रूप से गैर कानूनी तोड़फोड़ के साथ मंदिर ट्रस्ट गठन की मांग व अवैध निर्माण कार्य किया जा रहा है जिस पर तत्काल रोक लगाना चाहिए।श्री हनुमान व्यायाम शाला सेवा समिति के पदाधिकारी ने कहा कि जन आस्था का प्रमुख केंद्र हनुमान मंदिर चांपा लोगों के दान भूमि एवं आर्थिक सहयोग से निर्मित किया गया सार्वजनिक धार्मिक स्थल है जिसकी देख रेख उचित प्रबंधन की आवश्यकता है उचित प्रबंधन के अभाव में हनुमान मंदिर अवस्थित हो गई है मंदिर पहुंचने वालों भक्तों की संख्या में गिरावट आई है जिसका प्रमुख कारण मंदिर का सही संचालन नहीं होना एवं वर्तमान महंत व समिति के सदस्य द्वारा अनियमितता बरता जाना है ज्ञापन की एक प्रतिलिपी गृह मंत्री विजय शर्मा को भी प्रेषित की गई है।