छ ग चीफ ब्यूरो प्रमुख भूपेंद्र देवांगन
चांपा (सलवा जुडूम मीडिया) श्रावण मास के पवित्र महिने में बैंगलोर आश्रम, काशी और प्रयागराज से पधारें वेद पंडितों और स्वामी जी के द्वारा रुद्राभिषेक, सत्संग और महाप्रसाद का आयोजन बैजनाथ-श्रीमति सोन कुंवर देवांगन समलेश्वरी देवी मंदिर के पास स्थित निवास स्थल पर सांध्य कालिन बेला में सम्पन्न हुआ। श्रावण मास को मासोत्तम मास कहा गया हैं। शास्त्रों और पुराणों में सावन के महात्म्य का विस्तार पूर्वक उल्लेख मिलता हैं श्रावण में शिव आराधना, जलाभिषेक तथा रुद्राभिषेक पूजन से अश्वमेघ यज्ञ के समान फल मिलता हैं ,साथ ही साधक की उपस्थिति अत्यंत कल्याण कारक और पुण्य देने वाला भी है । समलेश्वरी देवी मंदिर के पास निवास करने वाले वैद्यनाथ देवांगन के निवास स्थान पर एक दिवसीय शिवार्चन कार्यक्रम हुआ। रुद्राभिषेक पूजा में संकल्प के साथ अनेक दंपत्ति सहभागी बने ।
सायंकालीन रुद्राभिषेक की पूजा-अर्चना में शामिल होने वाले यजमानों में मुख्यतः सात दंपत्तियों में मुख्यतः बैजनाथ देवांगन -श्रीमति सोन कुंवर देवांगन,लालचंद देवांगन-उर्मिला देवी देवांगन राकेश देवांगन – श्रीमति कामिनी ,मुकेश देवांगन श्रीमति दीपिका देवांगन, डां भोलेश्वर सोनी-पिंकी सोनी, के सी अग्रवाल सपत्नीक, सुनील कुमार सोनी सपत्नीक के साथ मीडिया प्रभारी शशिभूषण सोनी, पुरुषोत्तम सोनी, सुश्री कमला सोनी, डॉ श्यामचरण साहू सहित अन्यान्य लोगों ने पूजा-आराधना में भाग लिया । धार्मिक आस्था रखने वाले शशिभूषण सोनी ने बताया कि भगवान शिव प्राकृतिक संतुलन के महानतम देव हैं। भौतिक सुख-सुविधाओं से दूर आत्मीय सुख और जन-जन के कल्याण की सोच रखने वाले शिवजी सबके प्रिय हैं। शिव की आराधना हमें प्रकृति को सहेजना तो सिखाती ही हैं ।श्रावण मास में शिवपूजन, रुद्राभिषेक और सत्संग निश्चित रूप से आध्यात्मिक फल प्रदान करने वाला हैं ।