श्रीमद्भागवत कथा महात्म्य ! हृदय स्थल गुरू नानक रेसीडेंसी चांपा में भागवत कथा का आज़ अंतिम दिन, *मृत्यु आए तो आंखों में निश्छल आंसू नहीं बल्कि चेहरे पर मुस्कान होनी चाहिए* – साध्वी राधिका किशोरी,,,

श्रीमद्भागवत कथा महात्म्य !  हृदय स्थल गुरू नानक रेसीडेंसी चांपा में भागवत कथा का आज़ अंतिम दिन, *मृत्यु आए तो आंखों में निश्छल आंसू नहीं बल्कि चेहरे पर मुस्कान होनी चाहिए* – साध्वी राधिका किशोरी,,,
श्रीमद्भागवत कथा महात्म्य !  हृदय स्थल गुरू नानक रेसीडेंसी चांपा में भागवत कथा का आज़ अंतिम दिन, *मृत्यु आए तो आंखों में निश्छल आंसू नहीं बल्कि चेहरे पर मुस्कान होनी चाहिए* – साध्वी राधिका किशोरी,,,

छ ग चीफ ब्यूरो प्रमुख भूपेंद्र देवांगन

चांपा(सलवा जुडूम मीडिया) आपको बता दे कि कोसा, कांसा एवं कंचन की नगरी चांपा के परशुराम मार्ग स्थित गुरुनानक रेसीडेंसी में सप्त-दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा महात्म्य का आयोजन किया जा रहा हैं । व्यासपीठ पर पूज्या साध्वी राधिका किशोरी जी विराजित हैं। उन्होंने कहा कि संसार में जीव जब जन्म लेता है तो जीवात्मा हो या परमात्मा जो इस धरती पर क़दम रखता हैं वह रोता जरुर हैं। अगर नवजात बच्चा ना रोएं तब घर-परिवार वाले रोने लगते हैं कि ये रो क्यों नहीं रहा हैं। अगर वो नहीं रोता है तो घर वाले समझते हैं कि निश्चित ही कोई बीमारी होगी । इसके लिए रोना बहुत जरूरी हैं । नगर की संभ्रांत महिला स्वर्गीय श्रीमती गीतांजलि देवांगन के वार्षिक श्राद्ध निमित्त एवं स्वर्गीय श्रीमती मथुरा मितनलाल देवांगन के मोक्षार्थ संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आयोजन दिनांक 14 सितम्बर ,2024 से 21 सितंबर तक गुरुनानक रेसीडेंसी गौरव पथ पर किया जा रहा हैं ।

*आयोजक ओमप्रकाश देवांगन परिवार द्वारा आगंतुक अतिथियों का तिलक लगाकर व राधे-राधे दुप्पटा पहना कर स्वागत।*

आयोजक ओमप्रकाश – श्रीमति जानकी, भानु प्रकाश -श्रीमति शैलेद्री, कोमल प्रकाश -श्रीमति सीमा देवांगन, उत्तम प्रकाश तथा कृष प्रकाश देवांगन तथा विशेष सहयोगी रमेश कुमार देवांगन, सुनील कुमार बनकर द्वारा आयोजित पूज्यनियां राधा किशोरी श्रीधाम अयोध्या के मुखारविंद से कथा महात्म्य में बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त जुट रहे हैं । आचार्य पंडित नंदन पाण्डेय आजमगढ़ तथा पंडित हरिओम त्रिपाठी आजमगढ़ द्वारा आगंतुक अतिथियों का मंच पर आमंत्रित कर स्वागत-सत्कार किया जा रहा हैं । कथा का सीधा प्रसारण साध्वी राधिका किशोरी यूट्यूब चैनल पर प्रसारित किया जा रहा हैं ।

*नारी शक्ति स्वरूपा हैं ऐसे में उन्हें शिक्षित, संस्कारित और संरक्षित करना समाज की नैतिक ज़िम्मेदारी हैं – शशिभूषण सोनी।*

कथा का रसपान करने प्रेस क्लब चांपा के अध्यक्ष डॉ कुलवंत सिंह सलूजा , सचिव मूलचंद गुप्ता , कोषाध्यक्ष विक्रम तिवारी , उपाध्यक्ष गौरव गुप्ता, विशेष प्रतिनिधि तथा साहित्यकार शशिभूषण सोनी, डां रविंद्र कुमार द्विवेदी पहुंचे । कथा श्रवण करने भागवत स्थल पर पहुंचकर शशिभूषण सोनी ने साधी राधिका किशोरी का पुष्प गुच्छ भेंटकर स्वागत किया राधिका देवी ने उन्हें राधे-राधे दुप्पटा पहनाया । नारी शक्ति स्वरूपा हैं उसे शिक्षित, संस्कारित और संरक्षित करना समाज की नैतिक ज़िम्मेदारी हैं ।

*कर्म ऐसा करो कि जब मृत्यु निकट आएं तब आंखों में आसूं नहीं बल्कि चेहरे पर मुस्कान होनी चाहिए ।*

साध्वी राधिका देवी ने कथा का रसपान कराते हुए कहा कि कर्म ऐसा करो कि जब-जब मृत्यु निकट आएं तब आंखों में आसूं नहीं बल्कि चेहरे पर मुस्कान होनी चाहिए । ऐसा कर्म कीजिए कि मुस्कुरा कर इस दुनिया से जाएं और लोग आपके व्यवहार को सदा याद करके रोएं । ऐसा लोगों का व्यक्तित्व होना चाहिए ।

*ईट पत्थर से केवल मकान बनता हैं और परमात्मा के पूजा-अनुष्ठान से वह मंदिर बन जाता हैं ।*

खचाखच भरे पंडाल में सुप्रसिद्ध कथावाचिका राधिका किशोरी ने कहा कि मकान बनाना पुरुषों का काम हैं परन्तु उस मकान को प्रेम से सींचकर घर बनाना माताओं-बहनों का काम हैं। अगर स्त्री धर्म संवत् हैं और पूजा-पाठ करती हैं तब उस घर को मंदिर बनने में देर नहीं लगती हैं । ईट पत्थर से केवल मकान बनता हैं और परमात्मा के पूजन अनुष्ठान से वह मंदिर बन जाता हैं ।

*प्रेस क्लब चांपा द्वारा आज कथा पंडाल में सुप्रसिद्ध भागवताचार्य राधिका देवी तथा आयोजक देवांगन परिवार का स्वागत अभिनन्दन होगा।*

पूज्या साध्वी किशोरी ने कहा कि जहां पर पत्नी हो वहां पर पति का घर होता हैं । पति-पत्नी दोनों ही एक-दूसरे के पूरक हैं । हमेशा एक दुजे की भावनाओं का आदर-सत्कार करना चाहिए । आज़ समारोह स्थल पर प्रेस क्लब चांपा की पूरी टीम उपस्थित रहकर क्लब परिवार की ओर से आयोजक ओमप्रकाश-श्रीमति जानकी देवी परिवार तथा भागवताचार्य साध्वी राधिका किशोरी जी का पुष्प गुच्छ भेंटकर ,श्रीफल और अंगवस्त्र भेंटकर सम्मानित करेंगे । प्रेस क्लब अध्यक्ष डॉ कुलवंत सिंह सलूजा सचिव डॉ मूलचंद गुप्ता ने सभी को सायंकाल ठीक 7 बजें कथा स्थल पर पहुंचने का सविनय अनुरोध किया हैं ।