मड़वा ताप विद्युत कामगार एवं भू-विस्थापित श्रमिक संघ एटक के द्वारा भू-विस्थापितों को नौकरी दो, की मांग को लेकर चरणबद्ध अनिश्चित कालीन हड़ताल का बारहवाँ दिन,,,

मड़वा ताप विद्युत कामगार एवं भू-विस्थापित श्रमिक संघ एटक के द्वारा भू-विस्थापितों को नौकरी दो, की मांग को लेकर चरणबद्ध अनिश्चित कालीन हड़ताल का बारहवाँ दिन,,,
मड़वा ताप विद्युत कामगार एवं भू-विस्थापित श्रमिक संघ एटक के द्वारा भू-विस्थापितों को नौकरी दो, की मांग को लेकर चरणबद्ध अनिश्चित कालीन हड़ताल का बारहवाँ दिन,,,

छ ग चीफ ब्यूरो प्रमुख भूपेंद्र देवांगन

जांजगीर चांपा (सलवा जुडूम मीडिया) आपको बता दे कि अटल बिहारी बाजपेयी ताप विद्युत संयंत्र के लिए भूमि अधिग्रहण में बहुत ही कम दाम पर मात्र 364000/- रूपये में ली गई थी। भू-विस्थापितों को 2007 पुर्नवास नीति के तहत नौकरी एवं उनके सह खातेदारों को जब तक नौकरी नहीं दी जाती है तब तक निर्वहन भत्ता दिए जाने का निर्णय लिया गया था। परन्तु अभी भी भू-विस्थापितों को नौकरी नहीं दी गई और नहीं निर्वहन भत्ता दिया जा रहा है। इन्ही मुद्दों को लेकर मड़वा ताप विद्युत कामगार एवं भू-विस्थापित श्रमिक संघ एटक के द्वारा भू-विस्थापितों को नौकरी दो, की मांग को लेकर चरणबद्ध अनिश्चित कालीन हड़ताल 14/10/2024 से चल रहा है 25/10/2024 आज बारहवाँ दिन संगठन के द्वारा भू-विस्थापित परिवारों एवं एटक जिला परिषद जांजगीर चांपा के विभिन्न जन संगठनों के साथ पैदल मार्च (रैली) का आयोजन किया गया। पैदल मार्च कुलीपोटा से हड़ताल स्थल प्लांट प्रवेश द्वार चौक, दर्राभांठा पर आमसभा हुई।

हड़ताल को समर्थन देने बाल्को से का. एस. के. सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, सुनील सिंह, ताराचंद कश्यप, अकलतरा से का. महेश राज सिंह बनाकर ने अपने अपने उद्बोधन में भू-विस्थापितों की लड़ाई को सही बताते हुए कहा कि जब संयंत्र के लिए जमीन को अधिग्रहित किया गया तब आपकी योग्यता नहीं पूछी जाती है और आज नौकरी देने के समय सब नियम कानून बनाया जाता है। भू-विस्थापितों को हर हाल में नौकरी देना होगा साथ ही वो सारी सुविधा देना होगा जो भूमि अधिग्रहण के समय निर्णय लिया गया था। आमसभा के पश्चात अ. बि. बा. ताप विद्युत संयंत्र प्रबंधन एवं माननीय तहसीलदार श्री राजकुमार मरावी को कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा गया। प्रशासनिक हलचलों के माध्यम से प्राप्त जानकारी के अनुसार 100 पदों की नियुक्ति की बात सामने आ रही है जिसमें 35 लोगों की जांच प्रक्रिया पूर्ण कर रायपुर भेजा जा चुका है और 65 लोगों का अभी अभी भेजा गया है, जो कि फेस- 2 के कुछ लोगों का है जो अभी वर्तमान में लाईन परिचालक पद का कार्य पुर्नवास नीति के तहत नियुक्ति प्राप्त कर नौकरी कर रहे हैं। उन्हीं लोगों में से आईटीआई पास लोगों को प्रमोडेट कर प्लांट सहायक दो के पद नियुक्ति दिया जा रहा है जो कि गलत हो रहा है। उसकी जांच होनी चाहिए और उचित कार्यवाही होनी चाहिए। साथ ही सबसे पहले संयंत्र के लिए अधिग्रहित की गई भूमि के भू-विस्थापितों को (फेस-1) नौकरी की प्रथम श्रेणी में रखा जाए। आज भू-विस्थापितों के साथ हड़ताल के बारहवां दिन विभिन्न जन संगठनों के का. राजेश शुक्ला, का. सुधीर यादव, रघुनंदन सोनी, श्याम कुमार सोनी, रोहित साहू, नवधा बरेठ, आशा सोनी, दिव्या सोनी, जानकी पटेल, निर्मला कंवर, केवल बाई, नसीम बानो, रमेश बरेठ, लोचन साहू, रथ राम निर्मलकर, अनंद राम साहू, मनक राम, ग्रामवासियों आदि लोगों ने समर्थन देने पैदल मार्च में शामिल हुए।